जयपुरिया इंस्टिट्यूटऑफ़ मैनेजमेंट का 26वां दीक्षांत समारोह आयोजित
लखनऊ स्थित जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट ने अपने मेधावियों का सम्मान किया. मौका था इंस्टिट्यूट के 26वें दीक्षांत समारोह का. रविवार को राजधानी स्थित संस्थान के परिसर में 26वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. दीक्षांत समारोह के दौरान पीजीडीएम, पीजीडीएम फिनांशियल सर्विसेज, व पीजीडीएम रिटेल मैनेजमेंट पाठ्यक्रम के 262 छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा बाटे गये।
जयपुरिया इंस्टिट्यूट आफ मैनेजमेंट में आयोजित हुआ 26वां दीक्षांत समारोह
आंशी मित्तल बनी बेस्ट स्टूडेंट ऑफ़ दी ईयर (फीमेल)
गौरव पाण्डेय बने बेस्ट स्टूडेंट (मेल )
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के प्रबंध निदेशक (आईबी, टी एंड एस) अश्विनी कुमार तिवारी थे. छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया. उन्होंने छात्रों को सफलता के मंत्र बताते हुए दीक्षांत समारोह के अवसर पर उन्हें बधाई दी.
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इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई. जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह दीक्षांत समारोह आपके जीवन में एक नई रोमांचक और चुनौतीपूर्ण यात्रा की शुरुआत है, खासकर जब वैश्विक अर्थव्यवस्था तेज़ गति से बदल रही है. मानवीय संबंधों के मूल्यों के बारे में बात करते हुए, उन्होंने छात्रों के साथ जीवन के महत्वपूर्ण पहलु साझा करते हुए कहा कि नौकरी के भौतिक पहलुओं पर कभी ध्यान न दें, संबंध निर्माण पर ध्यान दें. सही मायने में आपको सफलता तभी मिलेगी जब आपके आसपास के लोग आपके सहयोग से सफलता प्राप्त करेंगे. मुझे विश्वास है कि आप अपने ज्ञान, कौशल और आपके द्वारा अर्जित सकारात्मक दृष्टिकोण से अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे.
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समारोह में संस्थान की निदेशक डॉ. कविता पाठक ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा उन्होंने सभी छात्रों को कोविड-19 के कठिन समय से सफलता पूर्वक गुजरने के लिए बधाई दी। जीवन के दो सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “पहला स्तंभ यह है कि आप कौन हैं यानी आत्म-जागरूक बनें, और दूसरा स्तंभ जीवन में आगे बढ़ना है।” संस्थान के मेधावी छात्रों को दीक्षांत समारोह के दौरान मेडल देकर सम्मानित किया गया।